tag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post4653435865285264817..comments2024-02-02T07:56:26.618+05:30Comments on दर्पण के टुकड़े: यार यूँ ही बेवफाई क्यों करेगा यार सेKrishan lal "krishan"http://www.blogger.com/profile/12663970434075261890noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-78018690561615697732011-02-23T16:44:30.120+05:302011-02-23T16:44:30.120+05:30शानदार ग़ज़ल लिखी है. बधाई! डॉ. पुरुषोत्तम मीणा &...शानदार ग़ज़ल लिखी है. बधाई! डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'यदि बोलोगे नहीं तो कोई सुनेगा कैसे?-डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'/ Dr. Purushottam Meena 'Nirankush'-सम्पादक-PRESSPALIKA, राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान, Mob : 98285-02666https://www.blogger.com/profile/01854980253449056926noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-21487416684057692182008-03-12T12:02:00.000+05:302008-03-12T12:02:00.000+05:30प्रशांत तिवारी जी आप की टिप्प्णी पढ़कर मेरा भी दिल ...प्रशांत तिवारी जी<BR/> आप की टिप्प्णी पढ़कर मेरा भी दिल खुश हो गया <BR/>आपका बहुत बहुत शुक्रिया गजल को सरहाने के लियेKrishan lal "krishan"https://www.blogger.com/profile/12663970434075261890noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-55197187512934395462008-03-12T12:01:00.000+05:302008-03-12T12:01:00.000+05:30प्रशांत तिवारी जी आप की टिप्प्णी पढ़कर मेरा भी दिल ...प्रशांत तिवारी जी<BR/> आप की टिप्प्णी पढ़कर मेरा भी दिल खुश हो गया <BR/>आपका बहुत बहुत शुक्रिया गजल को सरहाने के लियेKrishan lal "krishan"https://www.blogger.com/profile/12663970434075261890noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-5373648586711974122008-03-12T11:03:00.000+05:302008-03-12T11:03:00.000+05:30बहुत बढिया सर जी दिल खुश हो गयाबहुत बढिया सर जी दिल खुश हो गयाप्रशांत तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/09355397692549446485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-37214548167283521292008-03-12T10:22:00.000+05:302008-03-12T10:22:00.000+05:30महक जी,बहुत बहुत शुक्रिया। अगर आप ये सदेश पढ़े तो "...महक जी,<BR/>बहुत बहुत शुक्रिया। अगर आप ये सदेश पढ़े तो "होली" पर आप से एक अच्छी कविता की उम्मीद है काव्य प्ल्लवन मे भेजेंगें तो हम भी पढ़ कर आनन्द प्राप्त कर सकेंगे E मैल ना होने के कारण यहीं पर आप से अर्ज करना पड़ रहा हैKrishan lal "krishan"https://www.blogger.com/profile/12663970434075261890noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3539949369988561892.post-29125665777861250212008-03-11T20:48:00.000+05:302008-03-11T20:48:00.000+05:30bahut hi badhiyabahut hi badhiyaAnonymousnoreply@blogger.com