देर से ही पर खुदा मेहरबां हम पे बहुत इस बार हुआ है
दुनिया में जो सब से हसी है उसको हमसे प्यार हुआ है
तानो या उल्हानो से तो झोली अपनी भरी रही
किसी ने उस में प्यार भरा हो ऐसा पहली बार हुआ है
जख्म दिए हो किसी ने हमको ऐसा सारी उम्र हुआ है
पर मरहम ले कोई घर आया ऐसा पहली बार हुआ है
सपनों को बनते और टूटते कौनसी रात नही देखा
अब जाकर अपना सपना मुश्किल से साकार हुआ है
पास में रहकर भी मेरे दिल से सब अक्सर दूर रहे
दूर में रह कर दिल के पास हो ऐसा पहली वार हुआ है
किसी ने हम को वुक्के दिए हों ऐसा अक्सर ही होता था
पर हमने किसी को फूल दिया ऐसा पहली बार हुआ है
हमने किसी से प्यार किया शायद पहले भी ये हुआ
पर हमसे किसीने प्यार किया हो ऐसा पहली बार हुआ है
1 comment:
"जख्म दिए हो किसी ने हमको ऐसा सारी उम्र हुआ है
पर मरहम लेकर कोई घर आया ऐसा पहली बार हुआ है"
वाह वाह - सीधे दिल में उतरती शानदार ग़ज़ल के लिए साभार धन्यवाद्
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