हमने तो जिंदगी का रुख ही मोड़ दिया है
जाने खुदा अच्छा बुरा हमने क्या किया है
जिसे चाँद तारे तोड़ने हों तोड़ता रहे
हमने तो चाँद देखना भी छोड़ दिया है
इस जिंदगी की राह में जो भी बेवफा मिले
उनमे तेरा इक नाम और जोड़ दिया है
नहीं साँसों से उम्मीद से जिंदा हैं हम सभी
तुमने दांमन उम्मीद का क्यों छोड़ दिया है
मंजिल ही मिल गयी तो फिर बाकी बचेगा क्या
राहों का रुख उलटी दिशा को मोड़ दिया है
शीशा भी टूट जाए तो नहीं जुड़ता पहले सा
हमने तो टुटा दिल भी फिर से जोड़ लिया है
अपनी कहे अपनी सुने अपने लिए जिए मरे
ऐसे सनम से दिल लगाना छोड़ दिया है
जाने खुदा अच्छा बुरा हमने क्या किया है
जिसे चाँद तारे तोड़ने हों तोड़ता रहे
हमने तो चाँद देखना भी छोड़ दिया है
इस जिंदगी की राह में जो भी बेवफा मिले
उनमे तेरा इक नाम और जोड़ दिया है
नहीं साँसों से उम्मीद से जिंदा हैं हम सभी
तुमने दांमन उम्मीद का क्यों छोड़ दिया है
मंजिल ही मिल गयी तो फिर बाकी बचेगा क्या
राहों का रुख उलटी दिशा को मोड़ दिया है
शीशा भी टूट जाए तो नहीं जुड़ता पहले सा
हमने तो टुटा दिल भी फिर से जोड़ लिया है
अपनी कहे अपनी सुने अपने लिए जिए मरे
ऐसे सनम से दिल लगाना छोड़ दिया है
2 comments:
लेकिन हमने चाँद को देखना अब भी जारी रखा है
Jindagi Aur Kuch Bhi Nahi Bas Teri meri Kahani Hai"
Nice Love Poems, प्यार की कहानियाँ aur Bahut kuch.
Thank You.
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