अब तक तो दर्पण टूटा था कोई अक्स भी आज तो तोड़ गया
पहले छूटे रिश्ते नाते लेकिन इक साया साथ में था
जाने कहाँ हम से चूक हुई साया भी साथ को छोड़ गया
पहले भी जख्म मिले हैं बहुत पर वक्त ने उनको भर डाला
नासूर से भी ज्यादा गहरा कोई जख्म वो दिल पे छोड़ गया
वो पल पल हमे आजमाता रहा हम प्यार समझते चले गये
आजमाईश ही अजमाइश में वो दिल का शीशा तोड़ गया
लगता था खुशियाँ ही खुशियाँ दामन में भर देगा
वो जान से प्यारा यार मेरा मेरी आँख में आंसू छोड़ गया
बेखबर से थामे हाथ उसका हम चलते गये चलते ही गये
अब जाऊं कहाँ कुछ सूझे ना ऐसे मोड़ पे वो हमे छोड़ गया
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