किसी ने मार के लूटा किसी ने प्यार से लूटा
गरज ये है कि हम को तो सारे संसार ने लूटा
उसकी हाँ और ना दोनों का मकसद लूटना ही था
कभी इनकार से लूटा कभी इकरार से लूटा
हमारा हक़ था फिर भी न ही सुनने को मिली अक्सर
कभी हाँ भी अगर की तो उसके इकरार ने लूटा
ये दुनिया है यहाँ पर लूटना फितरत है इन्सां की
अगर दुःख है तो बस इतना कि हमको यार ने लूटा
गिला गैरों से क्या कीजे लगे जब लूटने अपने
हर नातेदार ने लूटा हर रिश्तेदार ने लूटा
अगर पतझड़ में खुशियाँ लुट गयी होती तो क्या गम था
गिला किस से करे जिसको सदा बहार ने लूटा
खुदा का शुक्र ना कीजे तो फिर बतलाओ क्या कीजे
बनाया जिसने इस लायक हमें संसार ने लूटा
गरज ये है कि हम को तो सारे संसार ने लूटा
उसकी हाँ और ना दोनों का मकसद लूटना ही था
कभी इनकार से लूटा कभी इकरार से लूटा
हमारा हक़ था फिर भी न ही सुनने को मिली अक्सर
कभी हाँ भी अगर की तो उसके इकरार ने लूटा
ये दुनिया है यहाँ पर लूटना फितरत है इन्सां की
अगर दुःख है तो बस इतना कि हमको यार ने लूटा
गिला गैरों से क्या कीजे लगे जब लूटने अपने
हर नातेदार ने लूटा हर रिश्तेदार ने लूटा
अगर पतझड़ में खुशियाँ लुट गयी होती तो क्या गम था
गिला किस से करे जिसको सदा बहार ने लूटा
खुदा का शुक्र ना कीजे तो फिर बतलाओ क्या कीजे
बनाया जिसने इस लायक हमें संसार ने लूटा
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