ज़िंदगी तुझे खोने का क्यों हो गम ज़रा भी हमको
तुझे पाके हमने आखिर ये तो बता क्या पाया
रही उम्र भर डराती मुझे बेवज़ह तू अक्सर
अब तो याद भी नहीं है कब तुझ पे प्यार आया
ये हुआ तो तब क्या होगा वो हुआ तो तब क्या होगा
इसी सोच में ही हमने सारा समय गवाया
हर वक़्त की मुसीबत हर समय का रोना धोना
बेवज़ह दबाव हरदम है कब किसको रास आया
कभी ये भी सोच कर देख तेरे मुक़ाबिल हमने
जिसे मौत है तू कहती क्यों हमने गले लगाया
तुझे पाके हमने आखिर ये तो बता क्या पाया
रही उम्र भर डराती मुझे बेवज़ह तू अक्सर
अब तो याद भी नहीं है कब तुझ पे प्यार आया
ये हुआ तो तब क्या होगा वो हुआ तो तब क्या होगा
इसी सोच में ही हमने सारा समय गवाया
हर वक़्त की मुसीबत हर समय का रोना धोना
बेवज़ह दबाव हरदम है कब किसको रास आया
कभी ये भी सोच कर देख तेरे मुक़ाबिल हमने
जिसे मौत है तू कहती क्यों हमने गले लगाया
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