तुमको उलझा के कुछ सवालों में
हमने जी भर के तुझ को देखलिया
कुछ तो अंदाजा था पहले से तेरी सूरत का
बाक़ी पर्दा उठाके देख लिया
दुश्मनी करके क्या गवां देंगे
दोस्ती करके तुझसे देख लिया
ना तू प्यार के काबिल रहा ना नफरत के
तुझसे हर रिश्ता बनाके देखलिया
आदमी वो नही होता है जो वो दिखता है
तुझको अज़माके हमने देख लिया
हमने जी भर के तुझ को देखलिया
कुछ तो अंदाजा था पहले से तेरी सूरत का
बाक़ी पर्दा उठाके देख लिया
दुश्मनी करके क्या गवां देंगे
दोस्ती करके तुझसे देख लिया
ना तू प्यार के काबिल रहा ना नफरत के
तुझसे हर रिश्ता बनाके देखलिया
आदमी वो नही होता है जो वो दिखता है
तुझको अज़माके हमने देख लिया
1 comment:
bahut badiya likha sir or sahi likha hai
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