कभी तुम खुद ब खुद आते तो लगता प्यार है तुमको
बुलाने पर मेरे दस बार तुम आये तो क्या आये
अभी ताकत है तेरे जिस्म में और जेब में पैसा
तुझे परवाह क्या कोई तेरे साथ आये ना आये
खुदा का नाम लेकर क्यों मुझे नाहक डराता है
हो सकता है खुदा तुझसे भी पहले मेरा हो जाए
कभी तू प्यार करता है कभी तकरार करता है
कभी कुछ ऐसा कर जिससे भ्रम पूरा ही मिट जाए
बुलाने पर मेरे दस बार तुम आये तो क्या आये
अभी ताकत है तेरे जिस्म में और जेब में पैसा
तुझे परवाह क्या कोई तेरे साथ आये ना आये
खुदा का नाम लेकर क्यों मुझे नाहक डराता है
हो सकता है खुदा तुझसे भी पहले मेरा हो जाए
कभी तू प्यार करता है कभी तकरार करता है
कभी कुछ ऐसा कर जिससे भ्रम पूरा ही मिट जाए
No comments:
Post a Comment