प्यार नही करना है तो फिर प्यार जताती क्यों हो
दूर दूर रहना है तो फिर पास में आती क्यों हो
दिल से दिल ही नही मिले तो जिस्म मिलेंगे कैसे
नहीं मिलाना दिल से दिल तो हाथ मिलाती क्यों हो
प्यास बुझाने की तुझ में ना चाहत है ना हिम्मत
प्यास बुझा सकती ही नही तो प्यास जगाती क्यों हो
कोई आस नही होती पूरी तो घोर निराशा होती
जब आस नही पूरी करनी तो आस बंधाती क्यों हो
दे सकते हो कोई दवा तो आकर पूछो हाल मेरा
दवा नही देनी तो दर्द भी याद दिलाती क्यों हो
तेरी ही जिद्द थी कि अपने जख्म दिखाऊं तुमको
देख के जख्मो को मेरे नाहक घबराती क्यों हो
नहीं पिलानी मय तो फिर महफ़िल में बुलाना बंद करो
दिखा दिखा जाम औ मीना हमको तरसाती क्यों हो
दूर दूर रहना है तो फिर पास में आती क्यों हो
दिल से दिल ही नही मिले तो जिस्म मिलेंगे कैसे
नहीं मिलाना दिल से दिल तो हाथ मिलाती क्यों हो
प्यास बुझाने की तुझ में ना चाहत है ना हिम्मत
प्यास बुझा सकती ही नही तो प्यास जगाती क्यों हो
कोई आस नही होती पूरी तो घोर निराशा होती
जब आस नही पूरी करनी तो आस बंधाती क्यों हो
दे सकते हो कोई दवा तो आकर पूछो हाल मेरा
दवा नही देनी तो दर्द भी याद दिलाती क्यों हो
तेरी ही जिद्द थी कि अपने जख्म दिखाऊं तुमको
देख के जख्मो को मेरे नाहक घबराती क्यों हो
नहीं पिलानी मय तो फिर महफ़िल में बुलाना बंद करो
दिखा दिखा जाम औ मीना हमको तरसाती क्यों हो
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