Wednesday, December 30, 2020

प्यार करने का सब का तरीका अलग

 

साथ मेरे चले क्यों कोई उम्र भर

सब की मंजिल अलग सब की राहे अलग

मेरी चाहत को अपनी क्यों चाहत कहे

उसकी चाहत अलग मेरी चाहत अलग


है ज़रूरत का है मारा यहाँ हर कोई

हो भले सब की अपनी ज़रूरत अलग

एक रहते है हम पर सिर्फ तब तक ही

जरूरते जब इक दूजे से हो न अलग 

 

प्यार करता है हर कोई मुझसे बहुत

प्यार करने का सब का तरीका अलग

आप की बात सच है पर ये तो बता

ये तरीका क्यों मुझ पे हो लागु अलग


जिस्म और जान दोनों ना हो इक जगह   

तो जिस्म रहता नही अपनी जाँ से अलग 

बात इतनी सी क्यों मान लेते नही

जो ही घर से अलग वो है दिल से अलग


  

Sunday, December 27, 2020

देने को तैयार सब तू जब तक कुछ नहीं ले

 देने को  तैयार सब तू  जब तक कुछ नहीं ले 

जब भी कुछ लेने लगे तो कोई कुछ नहीं दे  


धरम करम  का ओढ़  लबादा  करे उंची उंची बात 

भीतर से तो जानवर  जैसी करता हर एक बात 


कुछ बाजियों में तो जीत हार का  पता कहाँ  चल पाता है 

तू समझेगा  तू  जीता पर असल में होगा तू हारा