पालने का ही शौक है तो फिर, नस्ल देख कर पाला कर
वरना इक दिन जान तुम्हारी आफत में आ जायेगी
गली की कुत्तिया पालोगे तो आखिर जात दिखायेगी
इक दिन तेरी टांग पे अपने पैने दांत गड़ाएगी
इक दिन तेरी टांग पे अपने पैने दांत गड़ाएगी
भोंकना उसकी रही है आदत अक्सर बेवज़ह भोंकेगी
तू उसको पुचकारा करेगा पर वो तुझ पर गुर्राएगी
तू उसको पुचकारा करेगा पर वो तुझ पर गुर्राएगी
किसी एक का होकर रहना ये उसकी फितरत में नही
आज वो तेरे घर में है कल और नज़र कहीं आयेगी
आज वो तेरे घर में है कल और नज़र कहीं आयेगी
गली के कुत्तो के संग मस्ती उसको अच्छी लगनी है
तेरे नाम का पट्टा गले में कब तक पहन वो पायेगी
तेरे नाम का पट्टा गले में कब तक पहन वो पायेगी
लाख खिलाना उसको अच्छा, लाख तू उसका रखना ध्यान
देखके थाली भरी किसीकी जीभ उसकी ललचायेगी
देखके थाली भरी किसीकी जीभ उसकी ललचायेगी
इधर उधर मुँह मारना उसकी आदत है मज़बूरी भी
जब भी मौक़ा लगेगा वो कहीं मुहँ मार ही आयेगी
जब भी मौक़ा लगेगा वो कहीं मुहँ मार ही आयेगी
कभी कहीं कोई गली का कुत्ता जब उसको मिल जाएगा
छोड़के तेरा दर तू देखना उसके संग हो जायेगी
छोड़के तेरा दर तू देखना उसके संग हो जायेगी
वफा के नाम पे इस दुनिया में बस धोखा ही धोखा है
मज़बूरी रहने तक दुनिया वफा निभाती जाएगी
मज़बूरी रहने तक दुनिया वफा निभाती जाएगी
यहाँ बेवफाई भी दुनियां करती बड़ी चतुराई से
तेरे दिल में रहते रहते, किसी और की होती जाएगी
तेरे दिल में रहते रहते, किसी और की होती जाएगी
मुर्गी तुम्हारी तुम मुर्गी के, फिर भी कुछ नही कह सकते
मुर्गी दाना कहाँ चुगेगी ,अंडा कहाँ दे आएगी
मुर्गी दाना कहाँ चुगेगी ,अंडा कहाँ दे आएगी