Tuesday, December 21, 2021

मै तो माफ कर दूँ गलती कुदरत कभी करती नही ,

लंगड़े घोड़े की सवारी  और जान की बाज़ी लगी

हिम्मत तो जरा देखिये  मरियल से घुड़सवार की 


आसमां छूने की जिद्द है उस  परिंदे की अज़ब

जिसने पिंज़रे  की कभी देहलीज़ तक नही पार की 


रहना एक पिंज़रे में बन्द और आसमां तक की उड़ान 

ख्वाब बेमतलब का है  ये बातें है बेकार की 


खुद तो है दर दर भटकता  कोई सहारा ढूंढ़ता

दवा करता है कईयों की जिन्दगी संवार दी 


ना दुआ की ना दवा दी ना ज़ख्मों पर मरहम  लगा 

कद्र क्या करनी  बता  ऐसे तीमारदार की 


वक्त रहते ही संभल जाता तो कोई बात थी 

चोट खाई बेवज़ह तूने कुदरत की मार की 


मै तो माफ कर  दूँ गलती  कुदरत कभी करती नही ,

अहसानफरामोश की , खुदगर्ज़ की    गद्दार की 


थोड़ा किनारा क्या दिखा कश्ती से कूद मार दी 

सोचा  ज़रूरत क्या रही  नाविक कि या पतवार की 


 किनारे के पास  आके भी  डूबती है कश्तियाँ 

ये बात भूलने  की गलती  क्यों तुमने  बार बार की 












 

 


नया उसूल अपनी ज़िन्दगी का बन गया अब से

अकेला हूँ ज़रूरत है तेरी पर ये ना सोचना 

मेरी मज़बूरियों का यूँ कोई फायदा उठाएगा 

नया उसूल  अपनी ज़िन्दगी का बन गया अब से 

जो हमको याद रखेगा वो हमको याद आएगा 

नाहिंन चाहिए है फ़ोनों फ्रेंड ना बातों की ही हमदर्दी

करेगा जितना जो सहयोग वो हमसे उतना gaपायेगा 

गए वो दिन एक तरफा प्यार में पागल से फिरते थे 

करेगा प्यार जो हमको अब वो ही प्यार पायेगा

यकीन मानो ज़मीं उप्जाऊ है बंजर नहीं यारा

जरा तू बीज बो,, फिर देख फसल तूं कितनी पायेगा 


हर रिश्ता है मतलब रिश्तों में भरा हर लेनदेन व्यापार है

ना किसी को भी अपना समझ ना किसीसे भी कह प्यार है 

हर रिश्ता है मतलब रिश्तों में  भरा हर लेनदेन व्यापार है 


यहाँ दोस्त बनकर दोस्ती में दोस्त देते हैं दगा 

रिश्तों में रिश्तेदारों ने,  है रिश्तेदारों को ठगा

जब तक है दिखता फायदा तब तक ही रिश्तेदार है 

हर रिश्ता है मतलब रिश्तों में  भरा हर लेनदेन व्यापार है 


तेरा इस्तेमाल है जब तलक तेरी कद्र रहनी है तब तलक

जब तक कुछ पढने को  बाकी है तब तक ही तो अखबार है 

हर रिश्ता है मतलब रिश्तों में  भरा हर लेनदेन व्यापार है 


पहले तो लूटकर मुझे   बर्बाद कर दिया आपने 

 खैरात अब कोई देके आप   बन रहे  दिलदार है 

हर रिश्ता है मतलब रिश्तों में  भरा हर लेनदेन व्यापार है 


 




जिसे कहतें है सब शादी, है बर्बादी का कदम पहला

खामोशी को ना जो समझा जुबां को भी ना समझेगा 

फिर कह सुन कर क्यों  शर्मिन्दा  हुआ जाए किया जाए 

दुआ कर कर के मुझको   दुश्मनों  ने ज़िंदा रखा है 

मेरे अपने तो चाहते हैं कि कल का आज मर जाए  

परिंदों  पर पाबंदी है खुले में  दाना चुगने की 

परिंदा पेट भरने को सिवा पिंजरे कहाँ जाए 

फंसा एक बार पिंजरे में निकलना फिर नहीं मुमकिन 

परिंदा लाख पर मारे परिंदा लाख छटपटाये  

जिसे कहतें है सब शादी, है बर्बादी का कदम पहला 

निकल सकता नही बचके जो भी एक बार फँस जाए 

जो फायदा नीम का चाहिए चटोरी जीभ से कह दो 

बिना शिकवा गिले चुपचाप कडवापण सहा जाए  



नशा तो है नशा क्या अच्छा क्या खराब है

 अपने हर एक गुनाह पर परदे हजार डाल कर 

हर शक्स कह रहा है जमाना खराब है

अच्छा है कुछ सवालों  को सवाल रहने  दे  

वैसे भी हर सवाल का मिलता  कहाँ   जवाब है 

दिल जोड़ने की बात कभी तो किया भी कर 

हर वक्त ही दिल तोड़ने को क्यों बेताब है 

मुसीबतों का सिलसिला यूँ ही नहीं चला 

लड़की  है  बदनसीब ,गरीबी में शबाब है 

वो डरी डरी या बुझी बुझी रहती है आज कल 

उसे लोग  कहने लग   गए   " तू लाजवाब है " 

सता का दौलत का हो या शोहरात का हो नशा 

नशा तो है नशा क्या अच्छा क्या खराब है 


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हम चले जायेंगे और कहानियां रह जायेंगी

हम चले जायेंगे और कहानियां रह जायेंगी 

अपने पीछे कदमो की निशानियाँ रह जायेंगी

दे दवा मरीज़ को  या जखमों पर मरहम लगा 

उसके दिल में तेरी  यही मेहरबानियाँ रह जायेगी

बचपन को बचपन जैसा जी जवानी जवानी की तरह 

वरना बुढापे में सिर्फ पशेमानियाँ रह जायेंगी 

बनते थे होशियार और नादानियां करते रहे 

हर मोड़ पे मेरी सिर्फ नाकामियाँ रह जायींगी

साड़ी उम्र परेशानियों का हल ही ढूंढते रहे

पर  हम ख़तम हो जायेंगे   परेशानियां रह जायेंगी

गलतफहमियों में सारी जिन्दगी ही काट दी 

अब तो अपने सर सिर्फ बदनामियाँ रह जायेंगी