अब तक तो जितने यार मिले
या मतलबी या गद्दार मिले
आँखों में बसाया जिसको भी
वो आंसू बन के बह निकला
अब दिल में बसाया है तुमको
देखें क्या हमे इस बार मिले
अहसास अगर मर जाए तो
रिश्तों में बता बाक़ी क्या बचा
क्यों लाश सा रिश्ता वो ढोना
ना वफ़ा मिले ना प्यार मिले
गरमाहट न रहे जब रिश्तो में
ये तो मरना हुआ किश्तों में
जीना तो उसी को कहतें है
जिसमे अपनो का प्यार मिले
चाहत से नही होता कुछ भी
जी जान लगाना पडता है
मंजिल हो अगर आकाश में तो
पंखो को फैलाना पड़ता है
तू पंख फैला के देख जरा
आकाश लगेगा छोटा सा
हाँ पंख फैलाने की खातिर
हिम्मत को जुटाना पड़ता है
पिंजरे का पंछी क्या बनना
दाना चोगा तो बैठें मिला
पर जब भी कभी उड़ना चाहा
बंद पिंजरे के सब द्वार मिले
या मतलबी या गद्दार मिले
आँखों में बसाया जिसको भी
वो आंसू बन के बह निकला
अब दिल में बसाया है तुमको
देखें क्या हमे इस बार मिले
अहसास अगर मर जाए तो
रिश्तों में बता बाक़ी क्या बचा
क्यों लाश सा रिश्ता वो ढोना
ना वफ़ा मिले ना प्यार मिले
गरमाहट न रहे जब रिश्तो में
ये तो मरना हुआ किश्तों में
जीना तो उसी को कहतें है
जिसमे अपनो का प्यार मिले
चाहत से नही होता कुछ भी
जी जान लगाना पडता है
मंजिल हो अगर आकाश में तो
पंखो को फैलाना पड़ता है
तू पंख फैला के देख जरा
आकाश लगेगा छोटा सा
हाँ पंख फैलाने की खातिर
हिम्मत को जुटाना पड़ता है
पिंजरे का पंछी क्या बनना
दाना चोगा तो बैठें मिला
पर जब भी कभी उड़ना चाहा
बंद पिंजरे के सब द्वार मिले
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