Tuesday, October 17, 2017

जैसे तूने छोड़ा है मुझको तुझको भी कोई छोड़ेगा

तुमने तोड़ा है मेरा दिल तेरा भी कोई तोड़ेगा
जैसे तूने छोड़ा है मुझको तुझको भी कोई छोड़ेगा

मेरी बद्द्दुआएं पीछा करेंगी हालात कुछ ऐसे बन जायेंगे
अपने बाल तू खुद नोचेगा अपना सर खुद फोड़ेगा

जानता हूँ कि  मेरे दर्द से दर्द तुझे होना ही नही
जब जब मेरा ज़ख़्म रिसेगा कोई दर्द तुझे भी निचोड़ेगा

प्यार वफ़ा चाहत अपनापन तुझ को रास नही आया
देखना  अब कोई धोखेबाज़ ही तुझसे रिश्ता जोड़ेगा

खाली हाथ ही रह जाते हैं कुछ भी हाथ नही आता
एक वक़्त में जो कोई दो  दो  के पीछे दौड़ेगा 

No comments: