आज सारी रात उस की सिसकिया सुनता रहा
शायद सावन आया है मौसम बदलता लग रहा है
फिर किसी उम्मीद को आज दफन होना है जरूर
हर पल बदलता करवटें वो रात भर से जग रहा है
डर है फिर रिश्ता कोई मर ना जाये बेसबब
आज फिर बडे प्यार से मेरे गले वो लग रहा है
आग लग जायेगी सारी दुनिया के हर कोने मे
बाहर भड़क उठा अगर शोला जो दिल मे सुलग रहा है
शायद सावन आया है मौसम बदलता लग रहा है
फिर किसी उम्मीद को आज दफन होना है जरूर
हर पल बदलता करवटें वो रात भर से जग रहा है
डर है फिर रिश्ता कोई मर ना जाये बेसबब
आज फिर बडे प्यार से मेरे गले वो लग रहा है
आग लग जायेगी सारी दुनिया के हर कोने मे
बाहर भड़क उठा अगर शोला जो दिल मे सुलग रहा है
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