जब समुन्द्र से कोई कतरा जुदा हो जायेगा
समुन्द्र तो घटना नही कतरा फना हो जायेगा
दूर रहने से कहा मिटती हैं दिल की दूरीया
इस तरह तो फ़ासला और भी बढ जायेगा
चुप रहोगे तो मिटेगे किस तरह शिकवे गिले
बात ना करने का गिला और इक बढ जायेगा
बढ गये साधन सफ़र के मन्जिले आसाँ हुई
दिल से दिल का फासला शायद ही मिट पायेगा
जन्मो जन्म तक है चलता प्यार ये तो यूँ हुआ
धुप ना बारिश तो छाता सदियों चलता जायेगा
मोहरा सब हैं बने हुए इक दूसरे के हाथ मे
देखें कौन मोहरा पहले अपनी जान गवायेगा
इक दूसरे का इस्तेमाल करने मे माहिर है सब
इस पैतरेबाजी मे देखे कौन किसको हरायेगा
शोख तो दिखता है लेकिन कच्चा है रगे वफा
पहली बारिश पडते ही सारा रग धुल जायेगा
समुन्द्र तो घटना नही कतरा फना हो जायेगा
दूर रहने से कहा मिटती हैं दिल की दूरीया
इस तरह तो फ़ासला और भी बढ जायेगा
चुप रहोगे तो मिटेगे किस तरह शिकवे गिले
बात ना करने का गिला और इक बढ जायेगा
बढ गये साधन सफ़र के मन्जिले आसाँ हुई
दिल से दिल का फासला शायद ही मिट पायेगा
जन्मो जन्म तक है चलता प्यार ये तो यूँ हुआ
धुप ना बारिश तो छाता सदियों चलता जायेगा
मोहरा सब हैं बने हुए इक दूसरे के हाथ मे
देखें कौन मोहरा पहले अपनी जान गवायेगा
इक दूसरे का इस्तेमाल करने मे माहिर है सब
इस पैतरेबाजी मे देखे कौन किसको हरायेगा
शोख तो दिखता है लेकिन कच्चा है रगे वफा
पहली बारिश पडते ही सारा रग धुल जायेगा
1 comment:
baahut umdaa rachnaa hai krishan lal jee, likhte rahein, kyunki ham padh rahe hain ....
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