एक और उम्मीद आज फिर से धोखा दे गयी
देखते ही देखते एक और रिश्ता मर गया
फायदे और नुक्सान के पलड़े में ना तोलो तो ठीक
प्यार के व्यापार में तो घाटा ही अक्सर हुआ
बुजदिलों को दिल लगाने का कोई होता हक़ नही
पहली चोट पे यार तू तो पाला ही बदल गया
इस तरह तोड़ा है तूने दिल मेरा ऐ बेवफा
हर बेवफा से बेवफाई का गिला जाता रहा
देके धोखा आज खुश हो ले भले कोई ग़म नही
बहुत पछताएगी जब तुझको कोई धोखा मिला
देखते ही देखते एक और रिश्ता मर गया
फायदे और नुक्सान के पलड़े में ना तोलो तो ठीक
प्यार के व्यापार में तो घाटा ही अक्सर हुआ
बुजदिलों को दिल लगाने का कोई होता हक़ नही
पहली चोट पे यार तू तो पाला ही बदल गया
इस तरह तोड़ा है तूने दिल मेरा ऐ बेवफा
हर बेवफा से बेवफाई का गिला जाता रहा
देके धोखा आज खुश हो ले भले कोई ग़म नही
बहुत पछताएगी जब तुझको कोई धोखा मिला
2 comments:
सर आपसे मिलना चाहता हु आपकी कविता दिल को छु जाती है
no problem brother. intimate your mobile no. and then time and venue can be fixed
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