कत्ल करने का इरादा ही नहीं होता अगर
तो आस्तीनों में खंजर छुपाया नही करते
दर्द दिल जिन को छुपाना होता है तो वो
आंसू के कतरे आँख में लाया नही करते
ज़िंदा हो तो ज़िंदा के जैसा जीना भी सीखो
मुर्दा मछली सा पानी के संग बह जाया नही करते
यहां दर्द किसी का कोई भी बांटता नही
किस्से की तरह हाल-ए -दिल सुनाया नही करते
जो डरते हो कि कालिख ना लग जाये जरा भी
वो काजर की कोठरी में फिर जाया नही करते
तो आस्तीनों में खंजर छुपाया नही करते
दर्द दिल जिन को छुपाना होता है तो वो
आंसू के कतरे आँख में लाया नही करते
ज़िंदा हो तो ज़िंदा के जैसा जीना भी सीखो
मुर्दा मछली सा पानी के संग बह जाया नही करते
यहां दर्द किसी का कोई भी बांटता नही
किस्से की तरह हाल-ए -दिल सुनाया नही करते
जो डरते हो कि कालिख ना लग जाये जरा भी
वो काजर की कोठरी में फिर जाया नही करते
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