काम हो कैसे भी लेकिन काम होना चाहिए
ऐसे हो या वैसे दुनिया में नाम होना चाहिए
ये दवा या वो दवा इससे है पड़ता फर्क क्या
मकसद तो है कि दर्द में आराम होना चाहिए
जिंदगी की दौड़ में शामिल तो मै हो जाऊँ पर
मौत के सिवा कुछ और ही अंजाम होना चाहिए
किस तरह से पायी शोहरत क्योंकर हुए मशहूर तुम
कौन पूछता है इक बार नाम होना चाहिए
आदमी की क्या खुदा की भी नहीं सुनता मयकश
बस हाथ में उसके भरा हुआ जाम होना चाहिए
हम दिल पे चोट खाने को तैयार है इक बार फिर
शर्त है यार के हाथ में बाम होंना चाहिए
बिकने को तैयार हैं दुनिया का हर इक शख्स ही
बस चुकाने के लिए सही दाम होना चाहिए
गुजर गए वो जमाने राम जब बसते थे दिल में
अब तो छुरी बगल में जुबाँ पे राम होना चाहिए
ऐसे हो या वैसे दुनिया में नाम होना चाहिए
ये दवा या वो दवा इससे है पड़ता फर्क क्या
मकसद तो है कि दर्द में आराम होना चाहिए
जिंदगी की दौड़ में शामिल तो मै हो जाऊँ पर
मौत के सिवा कुछ और ही अंजाम होना चाहिए
किस तरह से पायी शोहरत क्योंकर हुए मशहूर तुम
कौन पूछता है इक बार नाम होना चाहिए
आदमी की क्या खुदा की भी नहीं सुनता मयकश
बस हाथ में उसके भरा हुआ जाम होना चाहिए
हम दिल पे चोट खाने को तैयार है इक बार फिर
शर्त है यार के हाथ में बाम होंना चाहिए
बिकने को तैयार हैं दुनिया का हर इक शख्स ही
बस चुकाने के लिए सही दाम होना चाहिए
गुजर गए वो जमाने राम जब बसते थे दिल में
अब तो छुरी बगल में जुबाँ पे राम होना चाहिए
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